पटना, 25 अक्टूबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस बार अपनी चुनावी रणनीति में स्पष्ट और केंद्रित बदलाव किए हैं। कुल 243 सीटों में से भाजपा और उसके सहयोगी जदयू-भाजपा गठबंधन ने 101-101 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।

छह जिले ऐसे, जहां भाजपा नहीं उतारी उम्मीदवार
इस बार भाजपा ने मधेपुरा, खगड़िया, शेखपुरा, शिवहर, जहानाबाद और रोहतास में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा। इन जिलों में तीन पहले चरण और तीन दूसरे चरण में चुनाव होने हैं। इसका मुख्य उद्देश्य कमजोर जिलों में संसाधनों की बचत करना और गठबंधन सहयोगियों के माध्यम से वोट बैंक सुरक्षित रखना है।
सीमित उपस्थिति वाले जिले
कुछ जिलों में भाजपा ने केवल एक-एक सीट पर ही उम्मीदवार उतारे हैं। इसमें सहरसा, लखीसराय, नालंदा, बक्सर और जमुई शामिल हैं। वहीं, कई जिलों की 70-80% सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी मैदान में हैं, जिससे इन क्षेत्रों में पार्टी की पकड़ मजबूत दिखाई दे रही है।
चंपारण और पटना में रणनीतिक दांव
विशेष रूप से, पश्चिम चंपारण भाजपा का प्रमुख गढ़ माना जा रहा है। यहाँ 12 सीटों में 8 पर भाजपा का उम्मीदवार है, जिनमें हरसिद्धि, पिपरा, कल्याणपुर, मोतिहारी, रक्सौल, मधुबन, चिरैया और ढाका शामिल हैं। पूर्वी चंपारण की 9 सीटों में 7 पर भाजपा का कब्ज़ा है।
पटना जिले में कुल 14 सीटों में 7 पर भाजपा उम्मीदवार मैदान में हैं। दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भोजपुर और मधुबनी में स्थिति 5-5 सीटों तक सीमित है।
संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा ने संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग किया है। कमजोर जिलों में पूरी तरह अनुपस्थित रहकर और कुछ में केवल एक-एक सीट पर उम्मीदवार उतारकर चुनावी जोखिम कम किया गया है। वहीं, चंपारण, पटना और अन्य प्रमुख जिलों में मजबूत उम्मीदवार उतारकर लाभदायक सीटों पर फोकस किया गया है।
केंद्रित चुनावी प्रयास से गठबंधन को मजबूती
भाजपा की इस रणनीति से स्पष्ट रूप से दिख रहा है कि पार्टी ने केवल संख्या पर ध्यान नहीं दिया, बल्कि गुणवत्ता और केंद्रित चुनावी प्रयास के आधार पर अपनी स्थिति मज़बूत करने की तैयारी की है। इससे NDA गठबंधन में संतुलन बना रहेगा और प्रमुख जिलों में जीत की संभावनाओं को बढ़ाया जा सकेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह रणनीति भाजपा और उसके गठबंधन को आगामी विधानसभा चुनाव में निर्णायक बढ़त दिलाने में सहायक साबित होगी।
