दूसरे चरण में 19 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला, कई जगह चतुष्कोणीय संघर्ष
बिहार, 25 अक्टूबर 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के लिए सियासी सरगर्मी लगातार बढ़ रही है। 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान होना है, जिनमें से 19 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना बनी हुई है। एनडीए, महागठबंधन और जन सुराज जैसी पार्टियों के बीच सीधा संघर्ष चुनावी रोमांच को और बढ़ा रहा है। इसके अलावा, कई सीटों पर बागी निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने पूर्व दलों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।

बागियों ने बढ़ाई चुनावी सियासत की हलचल
इस बार कई सीटों पर बागी उम्मीदवारों के मैदान में उतरने से मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। गोपालपुर से जदयू के बागी गोपाल मंडल, दिनारा से पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह, कसबा से कांग्रेस के बागी आफाक आलम, परिहार से राजद की बागी रीतू जायसवाल और रूपौली से निर्दलीय विधायक शंकर सिंह अपने-अपने दलों के आधिकारिक प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
विशेष रूप से गोपालपुर में जदयू के बुलो मंडल और दिनारा में रालोमो के आलोक सिंह को न केवल विपक्षी दलों, बल्कि अपने ही बागी नेताओं से मुकाबला करना पड़ रहा है। इससे इन सीटों पर चुनावी प्रतिस्पर्धा बेहद रोमांचक हो गई है।
सासाराम में त्रिकोणीय संघर्ष, कुशवाहा वोटों पर ध्यान
सासाराम विधानसभा सीट पर भी त्रिकोणीय संघर्ष देखने को मिल रहा है। रालोमो नेता उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा मैदान में हैं। उनका मुकाबला राजद प्रत्याशी सत्येंद्र शाह और बसपा के डॉ. अशोक कुमार से है। कुशवाहा समुदाय के वोटों का झुकाव इस सीट पर नतीजा तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
महागठबंधन में “फ्रेंडली फाइट” की स्थिति
महागठबंधन की छह सीटों पर घटक दलों के बीच सीधी टक्कर है। सुलतानगंज, कहलगांव, सिकंदरा और नरकटियागंज में राजद और कांग्रेस आमने-सामने हैं। विशेष रूप से नरकटियागंज में एनडीए के संजय पांडेय, कांग्रेस के शाश्वत केदार पांडेय और राजद के दीपक यादव के बीच त्रिकोणीय मुकाबला बन गया है।
जन सुराज और एआईएमआईएम से बनी तीसरी चुनौती
इस चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज कई सीटों पर तीसरा विकल्प बनकर उभर रही है। गुरुआ से संजीव श्याम सिंह और जोकीहाट से सरफराज आलम एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए चुनौती बने हुए हैं।
सीमांचल क्षेत्र में एआईएमआईएम की उपस्थिति भी कई सीटों पर समीकरण बदल रही है। बहादुरगंज, किशनगंज, कोचाधामन और अमौर जैसी सीटों पर एआईएमआईएम उम्मीदवारों की भागीदारी से मुकाबला चतुष्कोणीय हो गया है।
प्रमुख सीटों पर बहुकोणीय मुकाबला
पांच प्रमुख सीटों पर बागियों की चुनौती:
| क्षेत्र | NDA उम्मीदवार | महागठबंधन उम्मीदवार | तीसरा कोण (निर्दलीय/अन्य) |
|---|---|---|---|
| परिहार | गायत्री देवी (भाजपा) | स्मिता गुप्ता (राजद) | रीतू जायसवाल (निर्दलीय) |
| गोपालपुर | बुलो मंडल (जदयू) | प्रेम सागर यादव (वीआईपी) | गोपाल मंडल (निर्दलीय) |
| दिनारा | आलोक सिंह (रालोमो) | राजेश यादव (राजद) | जयकुमार सिंह (निर्दलीय) |
| कसबा | नितेश कुमार सिंह (लोजपा-आर) | इरफान आलम (कांग्रेस) | आफाक आलम (निर्दलीय) |
| रूपौली | कलाधर मंडल (जदयू) | बीमा भारती (राजद) | शंकर सिंह (निर्दलीय) |
त्रिकोणीय और चतुष्कोणीय संघर्ष वाली सीटें:
| विधानसभा | NDA | महागठबंधन | तीसरा पक्ष |
|---|---|---|---|
| गुरुआ | उपेंद्र दांगी (भाजपा) | विनय यादव (राजद) | संजीव श्याम सिंह (जन सुराज) |
| जोकीहाट | मंजर आलम (जदयू) | शाहनवाज आलम (राजद) | सरफराज आलम (जन सुराज) |
| सासाराम | स्नेहलता कुशवाहा (रालोमो) | सत्येंद्र साह (राजद) | डॉ. अशोक कुमार (बसपा) |
| शिवहर | श्वेता गुप्ता (जदयू) | नवनीत झा (राजद) | मोह. शर्फुद्दीन (बसपा) |
| बहादुरगंज | मोह. कलीमुद्दीन (लोजपा-आर) | मसव्वर आलम (कांग्रेस) | मोह. तौसीफ आलम (एआईएमआईएम) |
| किशनगंज | स्वीटी सिंह (भाजपा) | कमरुल होदा (कांग्रेस) | शम्स आगाज (एआईएमआईएम) |
| कोचाधामन | वीणा देवी (भाजपा) | मुजाहिद आलम (राजद) | मोह. सरवर आलम (एआईएमआईएम) |
| अमौर | सबा जफर (जदयू) | जलील मस्तान (कांग्रेस) | अख्तरूल ईमान (एआईएमआईएम) |
चुनावी समीकरण बदलने वाला तीसरा पक्ष
विशेषज्ञों का कहना है कि जन सुराज और बागी उम्मीदवारों की सक्रियता ने चुनावी समीकरण बदल दिए हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों को कई सीटों पर चुनौती मिल रही है। ऐसे में दूसरे चरण का चुनाव बहुकोणीय संघर्ष की ओर बढ़ता दिख रहा है और हर वोट की अहमियत बढ़ रही है।
