गहलोत साहब राजस्थान के नौजवान को तो नाकारा, निकम्मा कहते, बिहार में जाकर नौजवानों की दुहाई दे रहे, यह दोयमदर्जे की बातें नहीं चलेगी:—मदन राठौड़
जयपुर, 24 अक्टूबर 2025। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने बिहार चुनाव, इंडी गठबंधन और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हालिया बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन का कोई वैचारिक या नीतिगत आधार नहीं है, उनका एकमात्र उद्देश्य सत्ता प्राप्ति है। जनता के विकास, सुशासन या गरीबों के कल्याण से उनका कोई लेना-देना नहीं है। राठौड़ ने कहा कि यह गठबंधन मूलतः अवसरवाद और सत्ता-लोलुपता पर टिका हुआ है, जिसमें न कोई नीति है, न सिद्धांत। आज जो एक-दूसरे के विरोधी थे, वही सत्ता की लालसा में एक मंच पर आने को तैयार हैं। बिहार की जनता ऐसे बेमेल और स्वार्थपूर्ण गठजोड़ को भली-भांति पहचान चुकी है।
राठौड़ ने कहा कि भाजपा की राजनीति पारदर्शिता, विकास और जनविश्वास की राजनीति है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने देशभर में विकास, जनसेवा और सुशासन का एक नया मॉडल प्रस्तुत किया है। वहीं, इंडी गठबंधन केवल कुर्सी की राजनीति में विश्वास रखता है। जनता अब इनकी नीयत और नीति दोनों को समझ चुकी है और बिहार में फिर एक बार विकास और स्थिरता के पक्ष में मतदान करेगी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बिहार में इंडी गठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा पर तंज कसते हुए कहा कि यह केवल लालच देने और वोट बटोरने का हथकंडा है। उन्होंने कहा कि “यह गठबंधन कब किसे धोखा दे दे, कहा नहीं जा सकता। इनकी विश्वसनीयता पर जनता को कोई भरोसा नहीं है। सीट बंटवारे से लेकर नेतृत्व चयन तक, हर जगह इनकी नीतिगत कमजोरी और आपसी अविश्वास झलकता है।”
अशोक गहलोत पर टिप्पणी करते हुए राठौड़ ने कहा कि गहलोत राजनीति तो कर सकते हैं, लेकिन रणनीति बनाने में हमेशा असफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जहां-जहां अशोक गहलोत को चुनावी रणनीति तैयार करने के लिए भेजा, वहां भाजपा को ही फायदा हुआ। गुजरात और महाराष्ट्र में उनकी मौजूदगी कांग्रेस के लिए नुकसानदायक रही, और अब उन्हें बिहार भेजा गया है — वहां भी नतीजे भाजपा के पक्ष में ही आएंगे। राठौड़ ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता राष्ट्रहित और विकास के लिए समर्पित हैं, जबकि कांग्रेस और इंडी गठबंधन व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं में उलझे हुए हैं।
राठौड़ ने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार की जनता एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और भाजपा की नीतियों पर भरोसा जताएगी। उन्होंने कहा कि “जनता अब नारे नहीं, परिणाम देखती है। भाजपा ने जो कहा, वह किया — यही हमारी राजनीति की पहचान है। जबकि विपक्ष ने केवल वादे किए और फिर मुकर गए।” बिहार में इस बार जनता सुशासन, स्थिरता और विकास के लिए भाजपा के पक्ष में जनमत देगी।
